अस्नान, कालाष्टमी
क्टूबर 2017 के पर्व त्यौहार ----
01 अक्टूबर (रविवार) – पापांकुशा एकादशी, अशुरा का दिन, मुहर्रम
02 अक्टूबर (सोमवार) – पद्मनाभ द्वादशी, गाँधी जयन्ती
03 अक्टूबर (मंगलवार) – प्रदोष व्रत
05
अक्टूबर (बृहस्पतिवार) – अश्विन पूर्णिमा, कोजागर पूजा, शरद पूर्णिमा,
पूर्णिमा उपवास, वाल्मीकि जयन्ती, मीराबाई जयन्ती, नवपद ओली पूर्ण
06 अक्टूबर (शुक्रवार) – कार्तिक प्रारम्भ "उत्तर
08 अक्टूबर (रविवार) – अट्ल तद्दी, करवा चौथ, संकष्टी चतुर्थी, मासिक कार्तिगाई
10 अक्टूबर (मंगलवार) – रोहिणी व्रत
12 अक्टूबर (बृहस्पतिवार) – अहोई अष्टमी, राधा कुण्ड
15 अक्टूबर (रविवार) – रमा एकादशी
16 अक्टूबर (सोमवार) – गोवत्स द्वादशी
17 अक्टूबर (मंगलवार) – धन तेरस, यम पञ्चक प्रारम्भ, यम दीपम, प्रदोष व्रत, तुला संक्रान्ति
18 अक्टूबर (बुधवार) – नरक चतुर्दशी, तमिल दीपावली, काली चौदस, हनुमान पूजा, मासिक शिवरात्रि
19
अक्टूबर (बृहस्पतिवार) – दीवाली, लक्ष्मी पूजा, दीपमालिका, केदार गौरी
व्रत, चोपड़ा पूजा, शारदा पूजा, काली पूजा, कमला जयन्ती, कार्तिक अमावस्या,
दर्श अमावस्या
20 अक्टूबर (शुक्रवार) – गोवर्धन पूजा, अन्नकूट, बलि प्रतिपदा, द्यूत क्रीडा, नव सम्वत प्रारम्भ
21 अक्टूबर (शनिवार) – चन्द्र दर्शन, भैया दूज, यम द्वितीया
23 अक्टूबर (सोमवार) – नागुला चविति "तेलुगू, विनायक चतुर्थी
25 अक्टूबर (बुधवार) – लाभ पञ्चमी, सूर सम्हारम
26 अक्टूबर (बृहस्पतिवार) – छट पूजा
27 अक्टूबर (शुक्रवार) – अष्टाह्निका विधान प्रारम्भ
28 अक्टूबर (शनिवार) – गोपाष्टमी, मासिक दुर्गाष्टमी
29 अक्टूबर (रविवार) – अक्षय नवमी, जगद्धात्री पूजा
30 अक्टूबर (सोमवार) – कंस वध
31 अक्टूबर (मंगलवार) – देवुत्थान एकादशी, भीष्म पञ्चक प्रारम्भ
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राशिफल अक्टूबर (भविष्यफल अक्टूबर)---2017
मेष – मेष (Aries) चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ ।
इस
माह सामाजिक गतिविधियों में वृद्धि होगी। आय की अपेक्षा व्यय की अधिकता
रहेगी। कार्यो में उलझन आयेंगी। वाहन एवं रोजगार प्राप्ति के अवसर आयेंगे।
विदेश यात्रा का योग बनेगा। व्यावसायिक प्रगति होगी। विधार्थियों को
प्रतियोगिता परीक्षा में सफलता मिलेगी। जीवनसाथी से वांछित सहयोग मिलेगा।
इच्छित पद प्राप्ति सम्भव। उत्तरार्द्ध में समस्याओं में वृद्धि होगी।यह
माह आपके लिए मिलजुला रहने वाला हे | इस माह में नए कार्यो के अवसर मिलेगे
लाभ उठाने का प्रयास करे | पारिवारिक और कार्यक्षेत्र में तनाव अडचने
परेशानिया बनी रहेगी लेकिन संयम से निपट सकते हे किसी भी काम में जल्दबाजी
से बचे | व्यवसाय व कारोबार में अनिश्चतता बनी रहेगी | आय से व्यय अधिक
होगा | स्वास्थ्य में ध्यान देवे लापरवाही न करे | आपकी राशि से तीसरे भाव
में गुरु का गोचर यात्राओ , स्थान परिवर्तन , घर में मांगलिक कार्यो में
व्यय के योग बने रहेंगे | माता के स्वास्थ्य का ध्यान रखे | अक्टूबर मास की
5, 7, 23 एवम 25 तारीखें नेष्ट फलदायक हैं, अत: सावधान रहना चाहिए।
उपाय -- उपाय – राहू के जाप करावे और ॐ नम: शिवायै का मन्त्र जाप करे |
वृषभ – वृषभ (Taurus) उ, ई, ऐ, ओ, बा, बी, बे, बो ।
इस
माह मान सम्मान में वृद्धि होगी। पारिवारिक परेशानियों में वृद्धि होगी।
स्त्री वर्ग से वांछित सहयोग मिलेगा। मित्रवर्ग से भी अपेक्षित मदद प्राप्त
होगी। राजकीय कार्यो में लाभ होगा। भूमि संबंधी क्रय विक्रय में सावधानी
रखें। व्यक्तिगत दृष्टि से यह माह श्रेष्ठ फलदायक सिद्ध होगा। कार्य
प्रबन्धन सर्वश्रेष्ठ स्तर का रहेगा। आय सामान्यत: औसत रहेगी। नवीन
व्यावसायिक संधि सम्भव। व्यावसायिक संबंधों का प्रत्यक्ष लाभ मिलेगा। माता
के स्वास्थ्य के कारण चिंतित रहेंगे। यात्राए कष्टप्रद रहेंगी। माह के
प्रारम्भ में कड़ी मेहनत करना पड़ेगी | नौकरी व्यवसाय में उलझने बढ़ेगी
क्रोध औरअतिविश्वास से बचे कार्यस्थल पर धोखा हो सकता हे | व्यर्थ का वाद
-विवाद मानसिक कष्ट ,सरकारी क्षेत्र से परेशानी , विरोधियो से हानि की
सम्भावना बनी रहेगी हालाँकि माह के उत्तरार्द्ध मेंधन सम्बन्धी काम बनते
नजर आयेंगे | विपरीत परिस्थितियों में भी निर्वाह योग्य आय के साधनबनते
रहेगे | स्वास्थ्य कुछ ढीला एवं वृथा मानसिक तनाव रहे | धन का खर्च अधिक
रहेगा | अक्टूबर मास की 1, 3, 13, 20 एवम 21 तारीखें नेष्ट फलदायक है, अत:
सावधान रहना चाहिए।
उपाय – श्री सूक्त का पाठ करे हर तरह से लाभ प्राप्त होगा | चांदी धारण करे |
मिथुन – मिथुन (Gemini) क, की, कू, घ, ड, छ, के, को, हा ।
इस
माह अध्ययन-अध्यापन में रूचि बढ़ेगी। व्यापार में वृद्धि होगी। रोजगार के
अवसर सृजित होंगे। राजकीय कार्यो में लाभ होगा। भौतिक सुख सुविधाओं में
वृद्धि होगी। जीवनसाथी का सहयोग मिलेगा। संतान के कारण चिंतित रहेंगे।
आमदनी में वृद्धि से धन संग्रह में वृद्धि होगी। भाग दौड़ की अधिकता रहेगी।
इस माह कर्इ बार आपके कार्य क्षमता की परीक्षा होगी। उत्तरार्द्ध में तनाव
की स्तिथिया भी आयेंगी। इस माह 5 अक्टूबर से मंगल का शुभ स्थान से गोचर
श्रेष्ठ फल देने वाला होगा नौकरी व्यपार में धनलाभ व् उन्नति के प्रबल योग
बन रहे हे | पिछले समय किये कार्यो का परिणाम अब मिलेंगे | पराक्रम व अपने
उधम द्वारा आय के साधनों में वृद्धि होगी उच्च प्रतिष्ठित व्यक्तियों के
संपर्क बनेगे |सुख - साधनों में वृद्धि होगी ,पैसा अच्छा मिलेगा
आत्मविश्वास | नई आकस्मिक सुचना लाभप्रद मिलेगी लेकिन लापरवाही किये कराए
पर पानी फेर सकती हे सजग रहे | पेट सम्बन्धी समस्या से सावधान रहे |
अक्टूबर माह की 4, 5, 13, 15 एवम 23 तारीखे नेष्ट फलदायक है अत: सावधान
रहना चाहिए।
उपाय – विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करे विशेष लाभ मिलेगा |
कर्क – कर्क (Cancer) ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो ।
इस
माह व्यापारिक कार्यो में वांछित लाभ होगा। राजकीय कार्यो में लाभ होगा।
उच्चाधिकारियों की अनुकम्पा प्राप्त होगी। पारिवारिक सहयोग व सान्निध्य में
वृद्धि होगी। आर्थिक दृष्टि से दबाव के बावजूद आप लक्ष्य से विचलित नहीं
होगे। संतान से सुखद समाचार मिलेगा। इस माह आप कार्य स्थान पर कुछ खास कर
दिखायेंगे। नेत्र रोग, उदर रोग, जोड़ो के दर्द से कष्ट होगा। इस माह घर
में मांगलिक कार्य होगे | सोचे कार्यो में सफलता मिलेगी निजी व्यवहार
कुशलता का लाभ मिलेगा | पारिवरिक सम्बन्धो में सुधार होगा | इस माह
व्यापरिक सौदे ,करार समय पर पूरा कर सकते हे | खास लोगो से मुलाकात अच्छे
अवसर प्रदान कर सकती हे लेकिन मित्र पर ज्यादा विश्वास से बचे आपकी राशि
द्वादश गुरु स्वास्थ की चिंता पैदा कर सकता हे किसी पर अति विश्वास और
निर्भर रहना मानसिक तनाव पैदा करेगा | अपव्यय से बचे |अक्टूबर मास की 1, 3,
15, 17 एवम 24 तारीखे नेष्ट फलदायक हैं, अत: सावधान रहना चाहिए।
उपाय – नारियल में शुद्ध घी और शक्कर का बुरा भरकर चीटियों की जगह रखे व्यवसाय में अनुकूलता बनेगी |
सिंह – सिंह (Leo) मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे ।
इस
माह धन, मान-सम्मान एवं पद प्रतिष्ठा की प्राप्ति होगी। धार्मिक कार्य का
आयोजन होगा। यात्राएं सम्भव। किसी पुराने मामले में पुन: उलझने की स्तिथिया
उत्पन्न होंगी। सामाजिक दायित्व की वृद्धि होगी। सामाजिक मान-सम्मान भी
बढ़ेगा। शत्रुओं द्वारा अनावश्यक षडयंत्र रचा जायेगा। नवीन कार्य योजनायें
बनेंगी। कुल मिलाकर यह माह अनुकूल जायेगा। आय अच्छी होगी। इस माह के पहले
सप्ताह के बाद माह संघर्ष का साबित होगा | व्यर्थ भागदौड रहेगी | गुरु का
आपकी राशी से एकादश होने से सन्तान में , धन में ,पराक्रम में वृद्धि के
योग हे लेकिन किसी की गवाही से दूर रहे दिनाक 26 के बाद भूमि ,मकान एवं
वाहन संबंधी परेशानिया पैदा हो सकती हे | कार्यस्थल और परिवार में व्यर्थ
का तनाव और खर्च की अधिकता रहेगी ! अक्टूबर मास की 15, 25, 26 एवम 29
तारीखे नेष्ट फलदायक हैं, अत: सावधान रहना चाहिए।
उपाय – सूर्य को जल में गुड और लाल रंग के पुष्प डाल कर चढ़ाये | ताम्बे का सिक्का जल में प्रवाहित करे |
कन्या – कन्या (Virgo) टो, पा, पी,पू, ष, ण, ठ, पे, पो।
इस
माह व्यापारिक गतिविधियों में कमियाँ आयेंगी। व्यापार हानि सम्भव। भूमि,
भवन या सम्पत्ति का लाभ मिलेगा। शत्रु हानि पहुँचाने का प्रयास करेंगे,
किंतु सफल नही होंगे। कार्य व्यवसाय में किसी षडयंत्र के प्रति सजग रहे।
प्रथमार्ध में जहां गतिरोध की अधिकता रहेगी वहीं उत्तरार्द्ध में कुछ शांति
होगीं समाज में यश प्रतिष्ठा बढ़ेगी। आपको अत्यधिक दौडभाग करना पड़ेगी |
आय से अधिक व्यय के कारण मानसिक और पारिवारिक तनाव बना रहेगा | मन की
खिन्नता संबधो में परेशानी का सबब बन सकती हे | इस बीच विदेश सम्बन्धी काम
या विदेश यात्राओ के योग बन सकते हे धार्मिक यात्राये और धार्मिक कार्यो
में समय व्यतीत होगा | स्वास्थ्य कमजोर रह सकता हैं |आय, कैरियर संबधित
चिंता रहेगी |अक्टूबर मास की 3, 11, 13, 21 एवम 23 तारीखें नेष्ट फलदायक
हैं, अत: सावधान रहना चाहिए।
उपाय – दुर्गा सप्तशती का पाठ करे | इस पाठ से विशेष लाभ होगा |
तुला – तुला (Libra) रा, री, रू, रे, ता, ती, तू, ते ।
इस
माह मानसिक अशांति रहेगी। शत्रुओ की वृद्धि एवं शारीरिक कष्ट रहेगे।
परिवार में प्रोपर्टी संबंधी विवाद उभरेगा। साझेदारी के कार्यो में विवाद
एवम हानि की स्तिथिया आयेंगी। भूमि-भवन का लाभ सम्भव। नवीन योजनाओं का
क्रियान्वन होगा। राजनीति से लाभ होगा। राजकीय कार्यो में सफलता मिलगी।
उत्तरार्द्ध में रुके हुए कार्य भी बनने लगेंगे। इस माह आशानुकूल लाभ में
कमी रहेगी इससे मानसिक तनाव बना रहेगा | कार्यस्थल और परिवार में उलझनों
के कारण मन अशांत रह हे | आर्थिक योग मध्यम हे | प्रापर्टी सम्बन्धी
परेशानी बनी रहेगी जहा ताज सम्भव हो बड़े और ख़ास कार्यो को पेंडिग रखे |
माह की दिनांक 17 से स्वास्थ्य संबधी ध्यान रखे ,सिरदर्द और , आँखों में
कष्ट की सम्भावना बनी रहे | अक्टूबर मास की 1, 9, 19, 20 एवम 27 तारीखे
नेष्ट फलदायक हैं, अत: सावधान रहना चाहिए।
उपाय – सिद्ध मन्त्र ॐ हं हनुमंते नम: का जाप प्रतिदिन करे लाभप्रद होगा अवश्य लाभ होगा |
वृश्चिक – वृश्चिक (Scorpio) तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू ।
इस
माह पारिवारिक जनो से विशेष सहयोग की प्राप्ति होगी। व्यापारिक लाभ में
कमी आयेगी। उच्चाधिकारियों से टकराव की स्थितिया आयेंगी। कानूनी उलझन में
पड़ने का भय। सामाजिक कार्यो में भागीदारी बढ़ेगी। भवन प्राप्ति सम्भव।
नजदीकी लोगो के व्यवहार से निराशा होगी। उत्तरार्द्ध में परिस्तिथिया आपके
पक्ष में होंगी। इस माह अपने कार्य क्षेत्र में नए कार्यो की तरफ रुझान
बाद सकता हे परेशानियों के बावजूद नौकरी या व्यपार के क्षेत्र में लाभ की
स्थिती बनेगी | लेकिन परिवार में मनमुटाव की स्थिति बनेगी अत्यधिक खर्च
होगा | व्यर्थ की भागदौड़ से बचे स्वास्थ का ध्यान रखे | किसी भी स्थिति
में खुद के निर्णय पर कायम रहे लालच से बचे धोखा हो सकता हे | धार्मिक
यात्राओ के योग हे | अक्टूबर मास की 5, 7, 16, 24 एवम 26 तारीखे नेष्ट
फलदायक हैं, अत: सावधान रहना चाहिए।
उपाय - आप 43 दिनों तक गेहू के आटे में गुड मिलाकर रोटी बनाये और हनुमान जी के पैर में रखे.. गृह क्लेश नही होगा
धनु – धनु ( Sagittarius) ये, यो, भ, भी, भू, धा, फा, ढा, भे ।
इस
माह आत्म विश्वास में वृद्धि के साथ-साथ कार्य क्षेत्र में उन्नति होगी।
संतान पक्ष से सुखद समाचार मिलेगा। भूमि-भवन संबंधी विवाद सम्भव। वाहन
चलाने में सावधानी रखें। काम-काज के संबंध में खूब भागदौड़ होगी। धन
प्राप्ति में वृद्धि होंगी। भागीदारी कार्यो से भी लाभ होगा। उत्तरार्द्ध
थोड़ा कष्टप्रद रहेगा। व्यक्तिगत रिश्तो में आपको सावधानी रखनी होगी। आपके
राशि स्वामी गुरु की आपकी राशि पर दृष्टि से कुछ राहत रहेगी प्रयास के बाद
काम बनते जायेंगे | क्रोध और चिंता का अधिकता बनी रहेगी | भागदौड परिश्रम
ज्यादा रहेगा | खर्च में सावधानी बरते | हालाँकि 17 तारीख के बाद
परेशानियों में कमी आ जाएगी | स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखे | धर्म कर्म
में रूचि बढ़ेगी धार्मिक यात्राये होगी | माह के अंत में व्यवसाय के
क्षेत्र में धन लाभ के अवसर मिलेगे | पराक्रम में वृद्धि तथा उच्च
प्रतिष्ठत लोगो के साथ संपर्क बढ़ेगे | अक्टूबर मास की 10, 17, 19 एवम 28
तारीखें नेष्ट फलदायक है, अत: सावधान रहना चाहिए।
उपाय – पीले कपडे में चने के दाल और साबुत हल्दी बाँध कर मंदिर में दान करे साथ ही गायत्रीमन्त्र का जाप शुभप्रद होगा |
मकर - मकर (Capricorn) भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, ग, गी ।
इस
माह में मित्रवर्ग का वांछित सहयोग मिलेगा। जीवन साथी व संतान का सुख
मिलेगा। राजकीय कार्यो में सफलता मिलेगी। घरेलू कारणों से मन खिन्न रहेगा।
किसी न्यायालयीय प्रकरण से मुक्ति मिलेगी। छोटी-मोटी कर्इ समस्याओं का
सामना करना पड़ेगा। इस माह सुधार दिखेगा | अनसोचे कार्य होगे | आशातीत
सफलता मिलेगी योग्यता अनुभव का लाभ मिलेगा | व्यापारिक सौदे सुखद होगे |
आर्थिक कार्यो के योग बन सकते हे विशेष प्रयास करे | आपका पारिवारिक और
आर्थिक तनाव बढ़ सकता हे | आपसी लेनदेन में सावधानी बरते | वाद विवाद आपसी
मतभेद बचे | वाहन में सावधानी रखे | अक्टूबर माह की 7, 16, 24, 26 एवम 27
तारीखे नेष्ट फलदायक है अत: सावधान रहना चाहिए।
उपाय – सिद्ध मन्त्र ॐ हं हनुमंते नम: का जाप प्रतिदिन करे लाभप्रद होगा
कुम्भ – कुंभ ( Aquarius) गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा ।
आप
इस माह व्यर्थ किसी विवाद में पड़ सकते हैं। धार्मिक रुझान बढ़ेगा। रुके
हुए धन की प्राप्ति होगी। उत्तरार्द्ध में विशिष्ट लाभ की स्तिथिया बनेगी ।
पठन कार्यो मे रूचि बढेगी । व्यावसायिक गतिविधियों मे वृद्धि होगी। कार्य
क्षेत्र में लाभ की मात्रा बढ़ेगी। मित्र वर्ग से लाभ होगा। जीवन साथी का
सहयोग व सन्निध्य मिलेगा। यह माह व्यावसायिक उपलब्धियों का रहेगा। इस माह
मिला जुला परिणाम मिलेगा | छोटी बड़ी बात से काम बिगड़ जायेंगे | किसी भी
बात को प्रतिष्ठा का प्रश्न न बनाये संयमित रहे प्रयास करने पर लाभ के अवसर
मिलेंगे | आय कम खर्च अधिक होगा | अत्याधिक श्रम के पश्चात निर्वाह योग्य
साधन बनेगे | नौकरी व्यवसाय में उतार चढाव के योग हे सावधानी रखे बड़े
निर्णय जल्दबाजी में नहीं करे | लम्बी यात्राये होगी | धार्मिक आयोजन में
खर्च के योग हे | इस अक्टूबर मास की 1, 3, 11, 13 एवम 21 तारीखें नेष्ट
फलदायक हैं, अत: सावधान रहना चाहिए।
उपाय – आप इस माह गणेश जी की अराधना करें एवं "ऊँ गं गणपतये नम: मन्त्र का जप विशेष लाभ देगा|
मीन – मीन (Pisces) दी, दू, थ, झ, दे, दो, चा, ची ।
इस
माह व्यापार में उन्नति, प्रियजनो से मतभेद एवम यात्रा में कष्ट होगा।
नवीन रोजगार प्राप्ति संभव। विदेश यात्रा का योग। प्रथमार्ध जहाँ कष्टप्रद
रहेगा वहीं उत्तरार्द्ध में अच्छे परिणाम प्राप्त होंगे। कोर्इ करीबी दोस्त
धोखा दे सकते हैं। मन में निराशा का भाव रहेगा। किसी विशेष कार्य हेतु
प्रयासरत रहेंगे, जिसमें सफलता भी मिलेगी। लेन देन के मामलो में कोर्इ
विवाद भी उभरकर आ सकता है। सामाजिक कार्यो में बाधायें आयेंगी। माह के
शुरुआत में आर्थिक योग माध्यम हे | नौकरी व्यवसाय में सामान्य उन्नति दिखती
हे लेकिन परिश्रम करने से स्थित्ति अनुकूल हो सकती हे | मित्रो का सहयोग
मिलेगा | माह में धार्मिक और मांगलिक कार्यो का में खर्च की अधिकता रहेगी
| परिवार को समय दे पायेंगे | किसी प्रतिष्ठित व्यक्ति के सहयोग से उन्नति
के विशेष अवसर प्राप्त होंगे | मानसिक तनाव एवं गुप्त चिंताए बनी रहेगी
|पेट सम्बन्धी बिमारी से सावधानी बरते | इस अक्टूबर माह की 6, 8, 18, 23
एवम 24 तारीखे नेष्ट फलदायक हैं, अत: सावधान रहना चाहिए।
उपाय -
दशरथकृत शनि स्त्रोत का पाठ करे .शनि पीड़ा से मुक्ति मिलेगी | अथवा आप
नित्य शनि की अराधना करें एवम नित्य "ऊँ शं शन्नेश्चराय नम:" का जप करें।
शुभप्रद परिणाम प्राप्त होंगे।
|| शुभम भवतु||
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